Tag: Babri
वातायन
1
सईदन बी – भाग 1
जब बड़े इंसानों ने धर्म की परिकल्पना की होगी तो शायद पावन उद्देश्य रहा होगा, मेरा कुनबा, एक ख्याल लोग, मेरा समूह साथ रहे तो रोजी रोटी अच्छी कटेगी। फिर लोगों ने धर्म से प्यार हटा कर स्वार्थ जोड़ दिया और परिदृश्य बदल गया। सईदन की कथा पूर्णतः काल्पनिक है पर हो सकता है आप वो दर्द महसूस कर सकें जो लेखक ने किया।”